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Petrol CNG Lpg Price : पेट्रोल, CNG और गैस सिलेंडर के दाम हुए सस्ते, जनता को मिला बड़ा तोहफा जानिए ताजा रेट।

हर महीने जेब ढीली करने वाले बिलों में सबसे ऊपर आता है पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर का खर्चा। सुबह जब पेट्रोल पंप पर बोर्ड पर चमकती नई दरें दिखाई देती हैं या गैस वाला सिलेंडर दरवाजे पर रख जाता है, तब दिल अपने आप सोचने लगता है कि आखिर इतनी महंगाई क्यों बढ़ रही है। आम आदमी की कमाई वही रहती है लेकिन खर्च हर दिन बढ़ते चले जाते हैं। यही वजह है कि इन कीमतों पर हर किसी की नजर बनी रहती है।

पेट्रोल और डीजल की अनुमानित दरें

दिल्ली में पेट्रोल की कीमत लगभग 94 रुपये 77 पैसे प्रति लीटर रही है। डीजल का दाम इससे थोड़ा कम होता है लेकिन असर सीधा घर के बजट पर पड़ता है। रोजमर्रा के सफर से लेकर सामान ढुलाई तक हर चीज महंगी हो जाती है। जब भी कीमत में एक या दो रुपये का इजाफा होता है, तो उसका असर आम आदमी की जेब पर कई गुना महसूस होता है।

सीएनजी के दाम और उसका असर

दिल्ली में सीएनजी की दर लगभग 76 रुपये 09 पैसे प्रति किलोग्राम है। जो लोग कार या ऑटो सीएनजी पर चलाते हैं, उनके लिए यह कीमत भी चिंता का कारण है। शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर निजी गाड़ियों तक सीएनजी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है, ऐसे में इसका दाम बढ़ना सीधे लोगों की जेब काटता है।

एलपीजी सिलेंडर के भाव

घरेलू एलपीजी सिलेंडर की दरें अलग अलग राज्यों और शहरों में भिन्न होती हैं। फिलहाल इसकी कीमत करीब 900 से 1100 रुपये के बीच देखी जा रही है। सोचिए एक आम गृहिणी के लिए हर महीने इतना बड़ा खर्चा संभालना कितना मुश्किल होता है। गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने पर रसोई का पूरा बजट बिगड़ जाता है।

कीमतें क्यों बढ़ती हैं

यह सवाल हर किसी के मन में आता है कि आखिर पेट्रोल डीजल और गैस के दाम इतने क्यों बढ़ते हैं। असल में अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें इसका सबसे बड़ा कारण हैं। इसके अलावा रुपये और डॉलर का मूल्य, टैक्स, ट्रांसपोर्टेशन और राज्य सरकार की नीतियां भी इन दरों को तय करती हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना बदलाव होता है ताकि बाजार की स्थिति साफ झलक सके। एलपीजी और सीएनजी पर भी अंतरराष्ट्रीय बाजार और वितरण लागत का असर पड़ता है।

उम्मीद अभी बाकी है

इतिहास गवाह है कि कीमतें हमेशा एक जैसी नहीं रहतीं। कभी बढ़ती हैं तो कभी घटती भी हैं। आने वाले समय में सरकार और बाजार दोनों मिलकर हालात को बेहतर करने की कोशिश करेंगे। हमें भी धैर्य रखना होगा और साथ ही बचत के छोटे छोटे उपाय अपनाने होंगे। यही भरोसा है कि महंगाई चाहे कितनी भी बढ़े, इंसान का हौसला उससे बड़ा होता है।

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