कभी सोचा है कि आपका ही बैंक अचानक से आपसे ज्यादा शुल्क लेने लगे तो कैसा लगेगा। यही हाल अभी पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहकों के साथ हुआ है। सितंबर 2025 में बैंक ने कई नियम बदल दिए हैं, जिससे लाखों उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर पड़ने वाला है। खासकर वे लोग जो लॉकर इस्तेमाल करते हैं या बार-बार ट्रांजैक्शन करते हैं, उन्हें अब अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा।
PNB ने बदले नियम, क्यों बढ़े खर्चे
पंजाब नेशनल बैंक ने 1 अक्टूबर 2025 से नई सर्विस चार्ज लिस्ट लागू करने का ऐलान किया है। इसमें लॉकर रेंट बढ़ा दिए गए हैं। ग्रामीण इलाकों में तो कुछ राहत है, लेकिन शहरी और मेट्रो शहरों में ग्राहकों को अधिक रकम चुकानी होगी मध्यम और बड़े साइज के लॉकर अब पहले से ज्यादा महंगे हो गए हैं इसी तरह स्टॉप पेमेंट और स्थायी निर्देश यानी SI फेलियर से जुड़े शुल्क भी बदले हैं। पहले हर ट्रांजैक्शन पर अलग से शुल्क देना पड़ता था, लेकिन अब इसे मासिक शुल्क में बदल दिया गया है। यानी महीने भर का हिसाब एक साथ बनेगा। इसके अलावा नॉमिनेशन सर्विस के लिए भी नए चार्ज लागू हो जाएंगे।
बैंक की आर्थिक स्थिति पर असर
ग्राहकों के लिए यह बदलाव उस समय आया है जब बैंक खुद कठिन दौर से गुजर रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 48 प्रतिशत तक गिर गया। जुलाई से सितंबर तिमाही में बैंक ने केवल 1675 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 3251 करोड़ रुपये था। इसका सीधा असर बैंक के शेयरों पर पड़ा और निवेशकों की चिंता भी बढ़ी।
ग्राहकों को क्यों चिंता
इन नए नियमों से ग्राहकों को अब साधारण सेवाओं के लिए भी ज्यादा रकम खर्च करनी होगी। जिनके पास लॉकर हैं, उन्हें हर साल बढ़ी हुई फीस देनी पड़ेगी। बार-बार ट्रांजैक्शन करने वालों को भी अतिरिक्त खर्च झेलना पड़ेगा। बैंक की गिरती वित्तीय स्थिति के कारण खाताधारकों को सुरक्षा और भविष्य को लेकर असुरक्षा भी महसूस हो सकती है।
कुछ राहत भी मिली
हालांकि ग्राहकों के लिए पूरी तरह बुरी खबर नहीं है। बैंक ने जुलाई 2025 से बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस का नियम खत्म कर दिया है। यानी अब अगर खाते में बैलेंस कम भी है, तो पेनल्टी नहीं लगेगी। इसके अलावा RBI की ओर से रेपो रेट में कमी की वजह से बैंक के लोन पर ब्याज दरें थोड़ी घटी हैं। इसका सीधा फायदा उन ग्राहकों को होगा जो होम लोन या पर्सनल लोन चुका रहे हैं। EMI पहले से कम हो सकती है।